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आंध्र प्रदेश सरकार ने कोनसीमा जिले का नाम डाॅ भीमराओ आंंबेदकर जी के नाम पर रखा
आंध्र प्रदेश कैबिनेट ने 15,000 करोड़ रुपये की लागत से राज्य में अदानी हरित ऊर्जा परियोजना की स्थापना को भी मंजूरी दी।
सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी की अध्यक्षता में आंध्र प्रदेश कैबिनेट की बैठक शुक्रवार को हुई। करीब ढाई घंटे तक चली बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। एपी कैबिनेट ने बैठक में कोनसीमा जिले का नाम बदलकर डॉ बीआर अंबेडकर कोनसीमा जिले और नए राजस्व प्रभाग और क्षेत्र बनाने को मंजूरी दी। इसने राज्य में 15,000 करोड़ रुपये की लागत से अदाणी हरित ऊर्जा परियोजना की स्थापना को भी मंजूरी दी।
कैबिनेट ने अम्मा वोडी योजना के लिए धनराशि जारी करने को मंजूरी दी। इसने कल्याणकारी योजनाओं विद्या कनुका, कापू नेस्तम, जगन्ना थोडू और वाईएसआर वाहन मित्रा के लिए भी धनराशि को मंजूरी दी।
सीएम जगन ने कोनसीमा जिले का नाम बदलने के लिए 18 मई को जारी गजट अधिसूचना को मंजूरी दी। पुलिस ने जिले भर में सुरक्षा बढ़ा दी है, विशेष रूप से अमलापुरम में जिला मुख्यालय, जहां 24 मई को जिले का नाम बदलने के खिलाफ भीड़ की हिंसा देखी गई थी।
राज्य सरकार ने 18 मई को एक अधिसूचना जारी कर कोनसीमा जिले का नाम बदलकर डॉ अम्बेडकर कोनसीमा जिले करने के प्रस्ताव पर आपत्तियां और सुझाव मांगे थे। इसने कोनसीमा के भीतर रहने वाले लोगों से सुझाव और आपत्तियां मांगीं। आपत्ति और सुझाव भेजने के लिए 30 दिन का समय पिछले सप्ताह समाप्त हो गया।
पूर्वी गोदावरी को कोनसीमा जिले में विभाजित किया गया था, जिसका प्रशासनिक केंद्र अमलापुरम है।
सरकार ने कुछ जिलों का नाम स्वतंत्रता सेनानी अल्लूरी सीताराम राजू, पूर्व मुख्यमंत्री और तेदेपा संस्थापक नंदमुरी तारक रामा राव जैसी प्रमुख हस्तियों के नाम पर रखा था, जो एनटीआर के रूप में लोकप्रिय थे।
Published by : Pritam Mishra || 24 June 2022 at 04:43 p.m (IST) || Puri
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